Inspirational Story - आपको भी नहीं मालूम, कब भगवान आपको किसी का भगवान बना कर कहीं भेज दे !!
Inspirational Story - आपको भी नहीं मालूम, कब भगवान आपको किसी का भगवान बना कर कहीं भेज दे !! |
motivational story आप को भी नहीं मालूम कब भगवान आप किसी का भगवान बना करके पहुंचा दे ।
एक बार की बात है एक बहुत ही अमीर इंसान अप्ने ऑफिस से निकला । और महंगी कार ड्राइव करते हुए थोड़ा सा आगे बढ़ाई था कि उसने देखा की गाड़ियों के बीच में से एक बच्चा दौड़ता निकल रहा है। उस बच्च को देख हि रह था जोर से उसकी कार पर ईंट आकर पडटी है। जिस में नहीं आता है कि बच्चा दौड़ते मेरी गाड़ी पर इनके फेंक रहा है । आगे से घुमा कर के वापस लेकर आता है गाड़ी से उतर कर के तुरंत भाग कर बच्चे को ढूंढने लगता है । कार क़े बीच में बच्चा छुपा होता है उसे कहते हैं यह क्या तरीका है, यह क्या बदतमीजी आप मेरी कार पर ईंट क्यू फेका”। बहुत विनम्रता से कहता है सर मुझे मालूम है आपको बहुत गुस्सा है आप मुझे पीटना चाहते मारना चाहते हो। लेकिन मे क्या करूं मेरी कोई आवाज ही नहीं सुन रहा है। तो मुझे ईंट फेंक कर मारने पडे । मैं बड़ी देर से हेल्प हेल्प चला रहा हूं लेकिन मेरी कोई बात ही नहीं कर सुन रहा है ।बहुत देर से मदद मांग रहा हूं, कोई मेरी तरफ ध्यान नहीं दे रहा । बात क्या हो गई तो छोटे बच्चे ने कहा कि सर मेरा भाई अब से थोड़ी देर पहले एक बाइक टक्कर मार के चला गया उसका खून बह रहा है। वह इतना भारी कि मैं उसे उठाकर के सड़क तक भी नहीं ला पा रहा हूं, उसको में दिखा नहीं पा रहा हूं लोगों को बता नहीं पा रहा हूं। उसकी मदद कीजिए, मेरी मदद कीजिए कोई , मेरी बातें सुन नहीं रहे । इसलिये मुझे ईंट फेकक़े आपकी कार पर मरने पडी । ये जो बंदा था अमीर इंसान ऑफिस से निकला था । घर जाने के लिए लेट हो रहा था । उसके साथ गया उसके भाई को देखा तो वाकई में बहुत खुन बह था । बचें को यह उठाकर दोनों लोगों ने थोड़ी मदद की और कार में उसको बैथौया खून के धब्बे स्वीकार में निशाने शांत हो गया लेकिन कोई बात नहीं उसे हॉस्पिटल ले कर के गया । जब डॉक्टर ने कहा कि हां अभी बच्चा खतरे से बाहर है । भाई साहब जी ऑफिस से निकले थे अपने घर के लिए वापस हॉस्पिटल से निकले । अबकी बार स्पीड बहुत स्लो थी और समझ नहीं पा रहे थे कि हुआ क्या है मेरे साथ । घर पहुंचे गाड़ी पार्क की उस डेट की तरफ नजर गई। तो देखा की डेट तो बहुत नोटिस में आ रहा था । बहुत बड़ा डेंट हुआ था । क्योंकि ईंट पड़ी थी। उसने सोचा कि अब इस को रिपेयर नहीं कर आऊंगा। क्योंकि ये देंत बार-बार जिंदगी मे की बताता रहेगा इतने भी कठोर मत बन जयो कि ईंट फेक कर याद कि कोई आपकी मदद के लिए इंतजार कर रहा है । जिंदगी आपसे कम्युनिकेट करना चाहती है , आपकी कानों में विस्पर करती है , लेकिन हम कई बार नोटिस नहीं करते , फिर जिंदगी में ईंट आने लगति है
आप को भी नहीं मालूम कब भगवान आप किसी का भगवान बना करके पहुंचा दे ।
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